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Published on Jun 10, 2024 Updated 0 Hours ago

सतत विकास के लक्ष्यों (SDGs) को गति देने की AI में जबरदस्त क्षमता है पर इसके विकास और उपयोग को ज़िम्मेदारी और नैतिक पैमाने पर भी तौलने की ज़रूरत है.

AI की मदद से सतत् व टिकाऊ विकास को गति देने की कोशिश!

संयुक्त राष्ट्र द्वारा पारित सतत विकास के लक्ष्यों (SDGs) के अंतर्गत निर्धारित सन 2030 तक के एजेंडे में गरीबी उन्मूलन, पृथ्वी की रक्षा करना और समृद्धि सुनिश्चित करने का लक्ष्य है. ये सारे मकसद आज की वैश्विक परिस्थितियों में अभूतपूर्व चुनौतियों का सामना कर रहें  है. कोविड-19 महामारी ने देशों के बीच असमानताओं को और बड़ा दिया है और अर्थव्यवस्थाओं को मुश्किल परिस्थितियों में डाल दिया है. इस महामारी ने स्वास्थ्य सेवाओं पर भी दबाव डाला है. ऐसे में दुनिया में अब कई जगह हो रही जंग इस स्थिति को और जटिल बनाने का काम कर रही है. इन स्थितियों में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और न्यायसंगत संसाधन आवंटन में गहरी बाधा आती है. इन परिस्थितियों में, शेष बचे समय सीमा के भीतर SDG के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए तत्काल दृष्टिकोण में बदलाव की आवश्यकता है जो नए तकनीक को अपनाने से ही संभव है. इस संदर्भ में, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एक ऐसे शक्तिशाली विकल्प के रूप में उभरा है जो सतत विकास को आगे बढ़ाने में निर्णायक भूमिका अदा करने की क्षमता रखता है.  

 

SDG के लक्ष्यों के लिए AI 

 

AI तकनीक कई प्रकार के लाभ प्रदान करता है जिसका उपयोग करके विभिन्न क्षेत्रों में SDG के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता मिल सकती है. AI बड़े पैमाने पर डेटा का विश्लेषण करने, पैटर्न की पहचान करने और कार्यों को स्वचालित मोड में संचालित करने की क्षमता रखता है और साथ ही साथ वह हमें जटिल चुनौतियों का समाधान करने की अपार क्षमता प्रदान करता है. जैसा कि नीचे दिए गए टेबल में विस्तार से बताया गया है कि AI की क्षमताओं का लाभ उठाकर संसाधन के आवंटन को सुदृढ़ किया जा सकता है और किसी भी निर्णय को लेने की क्षमता को बढ़ाया जा सकता है. इन सब से SDG के लक्ष्यों को प्राप्त करने में सहायता मिलेगी.








टेबल 1: SDG के लक्ष्यों को प्राप्त करने में AI की भूमिका 

 

डेवलपमेंट फोकस 

SDG ऑब्जेक्टिव 

AI की भूमिका 

डेटा विश्लेषण और निर्णय लेने की भूमिका

कई SDGs में निहित लक्ष्य निर्णय लेने के लिए सटीक और सही समय पर मिलने वाले डेटा पर निर्भर हैं. 

AI  एल्गोरिदम SDG की निगरानी और कार्यान्वयन के लिए महत्वपूर्ण पैटर्न, रुझानों और इनसाइट्स की पहचान कर बड़ी मात्रा में डेटा का विश्लेषण करने की क्षमता रखते हैं.

गरीबी उन्मूलन 



SDG 1 का उद्देश्य सभी प्रकार की गरीबी से मुक्ति पाना है.

AI  गरीबी से प्रभावित क्षेत्रों की पहचान कर सकता है, आर्थिक उतार-चढ़ाव की भविष्यवाणी कर सकता है और इन सब के आधार पर विशेष सामाजिक सुरक्षा कार्यक्रम विकसित कर सकता है. AI  से संचालित चैटबॉट वित्तीय साक्षरता प्रशिक्षण प्रदान कर सकते हैं और वित्तीय सेवाओं तक पहुंच की सुविधा प्रदान कर सकते हैं. विशेष रूप से उन जगहों पर जहां ये सुविधाएं अभी पहुंची नहीं हैं. अनुमानों के अनुसार, AI  2030 तक वैश्विक अर्थव्यवस्था में 15 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक का योगदान देने की क़ाबिलियत रखता है. 

हेल्थ केयर डिलीवरी 

SDG 3 स्वस्थ जीवन सुनिश्चित करने और सभी के लिए अच्छे कल्याणकारी जीवन को बढ़ावा देने पर केंद्रित है. 

चिकित्सा सेवा और दवा की ख़ोज में सहायता से लेकर उपचार को व्यक्तिगत आवश्यकता अनुसार बनाने और ज़रूरत पढ़ने पर दोहराए जाने वाले कार्यों को स्वचालित करने तक की भूमिका AI निभा सकता है. वह स्वास्थ्य सेवा वितरण में सुधार करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है और AI द्वारा संचालित उपकरण तेजी से बीमारी का पता लगाने के लिए स्वास्थ्य संबंधी बातों का विश्लेषण कर सकते हैं और दूरदराज के क्षेत्रों में वर्चुअल परामर्श प्रदान कर सकते हैं और दूर से बीमारियों की निगरानी भी कर सकते हैं. कॉग्नेटिव रोबोटिक्स प्रीऑपरेटिव मेडिकल रिकॉर्ड से डेटा को लाइव ऑपरेशनल डेटा के साथ विलय कर सकता है जिससे चिकित्सकों को प्रक्रियाओं के दौरान अपने उपकरण की सटीकता को परिष्कृत करने में सहायता मिलती है.  ये प्रगति न केवल शल्य चिकित्सा के परिणामों में सुधार कर रही है बल्कि विभिन्न शल्य चिकित्सा प्रणालियों में AI के उपयोग की विश्वसनीयता  को भी बढ़ावा दे रही है. एक्सेंचर के एक अध्ययन से पता चलता है कि AI हेल्थकेयर प्रोडक्टिविटी में 40 प्रतिशत तक सुधार कर सकता है, और इससे सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा तक बेहतर पहुंच हो सकती है.

शिक्षा 

SDG 4 का उद्देश्य सभी के लिए समावेशी और समान गुणवत्ता वाली शिक्षा सुनिश्चित करना है. 

AI द्वारा संचालित शिक्षा प्रणाली व्यक्तिगत छात्र की ज़रूरतों और सीखने की क्षमता को ध्यान में रखते हुए सीखने के अनुभवों को व्यक्तिगत बना सकती है. AI सीखने के समय अवधि की पहचान करने और लक्षित हस्तक्षेप प्रदान करने के लिए छात्र के सीखने की क्षमता के डेटा का विश्लेषण कर सकता है. इसके अतिरिक्त, AI से चलने वाले अनुवाद उपकरण समावेशी शिक्षा को बढ़ावा देते हुए भाषा की बाधाओं के परे ज्ञान को साझा करने की सुविधा प्रदान कर सकते हैं. 

पर्यावरणीय स्थिरता

कई SDG स्वच्छ जल, स्वच्छ ऊर्जा और क्लाइमेट एक्शन जैसी पर्यावरणीय चिंताओं को संबोधित करते हैं।

AI मौसम के पैटर्न की भविष्यवाणी करने, वनों की कटाई पर नज़र रखने और संसाधन प्रबंधन को अनुकूलित करने के लिए पर्यावरण के डेटा का विश्लेषण कर सकता है. AI संचालित मॉडल जलवायु परिवर्तन परिदृश्यों के प्रभाव को सिमुलेट कर सकते हैं और इससे निपटने के प्रभावी रणनीतियों को विकसित करने में सहायता कर सकते हैं. 

प्रिसिशन एग्रीकल्चर 



SDG 2 खाद्य सुरक्षा और टिकाऊ कृषि को बढ़ावा देने पर केंद्रित है. 

स्मार्ट फार्मिंग जैसी AI प्रौद्योगिकियां किसानों को उपज के अनुकूलित करने और संसाधन उपयोग को कम करने के साथ साथ खाद्य सुरक्षा को बढ़ाने में मदद करती हैं. 

इनोवेशन  नेटवर्क

SDG के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए नवीन समाधानों और वैश्विक सहयोग की आवश्यकता है.

AI तकनीक अनुसंधान और विकास का समर्थन करता है और विशेषज्ञों और समुदायों को जोड़ने वाले प्लेटफार्मों के माध्यम से सहयोग की सुविधा प्रदान करता है.

सूचना पर सबकी पहुंच

उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचे जैसे SDG के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सूचना पर सबकी  समावेशी पहुंच मजबूत करना और संचार प्रौद्योगिकियों को सब जगह पहुँचाना  सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है.

AI प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण और भाषण पहचान के साथ समावेशी प्रौद्योगिकियों का निर्माण करता है, जिससे डिजिटल अर्थव्यवस्था में भागीदारी को बढ़ावा मिलता है.

अर्बन प्लानिंग, डिसास्टर रेस्पॉन्स और रेसिलिएंस 

SDG 11 शहरों और बस्तियों को समावेशी, सुरक्षित, आपदा में प्रतिरोधी टिकाऊ बनाने पर केंद्रित है. 

AI यातायात प्रवाह को बेहतर कर सकता है, इमारतों में ऊर्जा दक्षता में सुधार कर सकता है और अपशिष्ट निपटान को अधिक प्रभावी ढंग से प्रबंधित कर सकता है. AI -संचालित सिमुलेशन शहरी योजनाकारों को स्थायी शहरों को डिजाइन करने में मदद कर सकते हैं जो जलवायु परिवर्तन और प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए अनुकूल हैं. AI-संचालित स्मार्ट ग्रिड इमारतों में ऊर्जा की ख़पत को कम कर सकते हैं, जो शहरों को अधिक टिकाऊ भविष्य देने में योगदान दे सकते हैं. 

आर्थिक विकास के लिए सप्लाई चेन ऑप्टीमाईसेशन    

SDG 8 का उद्देश्य सभी के लिए निरंतर, समावेशी और टिकाऊ आर्थिक विकास और बेहतर कार्य को बढ़ावा देना है.

AI आपूर्ति श्रृंखलाओं को बेहतर करता है, अक्षमताओं को कम करता है और मांग में उतार-चढ़ाव का अनुमान लगाता है, AI आर्थिक विकास और उत्पादन को और अनुकूल बनाता है.

 

स्रोतः लेखकों का अपना; कई स्रोतों से लिया गया डेटा



AI के अनुकूल तंत्र को बढ़ावा देना

 

विशेष विकास उन्मुख लक्ष्यों को पूरा करने की अपनी क्षमता से ज़्यादा AI सतत विकास को प्राप्त करने के मिशन में आपसी सहयोग को भी बढ़ावा देता है. AI अनुकूल तंत्र को सुविधाजनक बनाकर AI तकनीक शोधकर्ताओं, डेवलपर, व्यवसायों और नीति निर्माताओं के एक साथ काम करने के नेटवर्क को मदद करता है और प्रगति में तेजी ला सकता है. यह AI अनुकूल माहौल या तंत्र डेटा, विशेषज्ञता और संसाधनों को साझा करने में मदद कर सकता है  जिससे सतत विकास की चुनौतियों के लिए नवीन AI प्रेरित समाधानों का विकास हो सकता है. इस मकसद को प्राप्त करने लिए डिजिटल असमानता को पाटने की बहुत आवश्यकता है. डिजिटल असमानता सूचना और संचार प्रौद्योगिकियों (ICT) तक पहुंच रखने वालों और न रखने वालों के बीच का अंतर है जिसे बुनियादी ढांचे के विकास, डिजिटल साक्षरता प्रशिक्षण और वहन करने योग्य प्रौद्योगिकी तक पहुंच को बढ़ावा देने के माध्यम से हासिल किया जा सकता है. 

 

हांलाकि AI से SDG को आगे बढ़ाने में जबरदस्त क्षमता मिलती है लेकिन इसके विकास और उपयोग को ज़िम्मेदारी और नैतिक पैमाने पर भी तौलने की ज़रूरत है. अगर AI के एल्गोरिदम को पक्षपाती डेटा पर प्रशिक्षित किया गया तो वह मौजूदा चुनौतियों को कायम रख सकते हैं इसलिए विभिन्न डेटासेट का उपयोग करके और पूरे डिजाइन प्रक्रिया में निष्पक्षता, पारदर्शिता, जवाबदेही और मानवाधिकार जैसे नैतिक विचारों को शामिल करके AI विकास में निष्पक्षता और समावेशिता सुनिश्चित करना AI का SDG के विकास में योगदान को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण पड़ाव है. 

 

SDG पर AI के सकारात्मक प्रभाव को बढ़ाने के लिए एक मल्टी-स्टेकहोल्डर सोच की आवश्यकता है. सतत विकास के लिए AI समर्थित समाधान विकसित करने के लिए सरकारों, व्यवसायों, सिविल सोसाइटी संगठनों और शैक्षणिक संस्थानों को मिलकर काम करना चाहिए. इसके लिए मुक्त वैचारिक आदान प्रदान एवं ज्ञान को साझा करने के अवसर और सब को साथ मिलकर कार्य करने की आवश्यकता है. सतत विकास के लिए AI क्षेत्र में अनुसंधान और विकास को मदद करने के लिए सार्वजनिक और निजी निवेश की भी आवश्यकता है. AI अनुसंधान, बुनियादी ढांचे के विकास और डिजिटल साक्षरता कार्यक्रमों के लिए वित्तीय सहायता महत्वपूर्ण है. अंत में, गरीब अर्थव्यवस्थाओं को AI पेशेवरों के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रमों को चलाने और अनुसंधान में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए मदद की ज़रूरत है जिसके माध्यम से सतत विकास के लिए AI  के उपयोग में वे अपनी विशेषज्ञता को बढ़ाने में सफ़ल हो पाएंगे.


(सौम्या भौमिक ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन में एसोसिएट फेलो हैं।)

(आरती महतो ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन में एक रिसर्च इंटर्न हैं।)

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